अतुल कुमार अंजान की प्रथम पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा.

3 मई, मऊ

उत्तर प्रदेश किसान सभा ने कामरेड अतुल कुमार अंजान की प्रथम पुण्यतिथि पर हिंदी भवन में किया एक श्रद्धांजलि सभा श्रद्धांजलि सभा में सभी दलों के नेताओं ने आकर अपने जुझारू जनप्रिय नेता कामरेड अतुल कुमार रंजन को दी भावभीनी श्रद्धांजलि.

श्रद्धांजलि सभा में आए अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमरेड क्षीर सागर राजन ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि सौ साल से विस्थापित किसानों के लिए भूमि अधिग्रहण कानून बनवाने में अतुल अंजान ने एक अहम भूमिका निभाई थी. अदानी को फायदा पहुंचाने के लिए भूमि अधिग्रहण कानून में बदलाव किया गया है. एम एस पी की कानूनी लड़ाई के लिए कुर्बानी देनी होगी. सारे किसान संगठनों को एक सूत्र में बांधने का काम अतुल जी ने किया था. हमारे देश के अंदर हमारी साझी शहादत साझी विरासत की भावना को चोट पहुंचाया जा रहा है. स्वतंत्रता आंदोलन के परिवार में पैदा होकर छात्र राजनीति से होते हुए ऐतिहासिक किसान आंदोलन में कामरेड अतुल कुमार अंजान का सहयोग अतुलनीय है. दिल्ली में एक किसान भवन का अतुल अंजान का सपना पूरा करना हम सबकी बड़ी जबाबदेही है. का. अतुल अंजान जिंदगी के आखिरी समय तक कम्युनिस्ट पार्टी में निष्ठावान साथी बन रहे.

मऊ कलेक्ट्रेट में का. झारखंडे राय व का. जय बहादुर की मूर्ति लगवाने में अतुल अंजान मुलायम सिंह यादव से जिद पर अड़े रहे जिसके कारण आज वहां मूर्ति विराजमान है. अतुल अंजान ने जो मेहनत करके ढांचा खड़ा किया है उसको आगे लेकर जाना होगा. देश के किसानों को बर्बाद करने के लिए अमेरिका से ट्रेड समझौता किया जा रहा है. फसल बीमा के नाम पर इंश्योरेंस कंपनियों को फायदा दिया जा रहा है. माहौल देश में ऐसा बनाया जा रहा है कि हिंदू कोई भी त्यौहार मनाए तो मुसलमान को डर के रहना चाहिए. खेती बचाओ किसान बचाओ किसान बचाओ देश बचाओ उनके प्रिय स्लोगन थे.

अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय महासचिव कामरेड रावुला वकैया ने कहा11 अप्रैल 1936 को शहजानंद सरस्वती द्वारा स्थापित किसान सभा का एक गौरवशाली इतिहास है. कामरेड अतुल कुमार अंजान 27 सालों तक इस किसान सभा के साथ काम करते रहे. हम भी आंध्र प्रदेश में उनके साथ-साथ काम कर रहे थे. स्वामीनाथन कमेटी के साथ जुड़कर पूरा दस्तावेज लिखने में सहयोग किया. हमारे किसानों को लाभकारी फायदा देने की स्वामीनाथन कमीशन की रिपोर्ट के पीछे अतुल अंजान शामिल थे.कारपोरेट का 16 लाख करोड़ कर्ज माफ किया जा रहे हैं लेकिन किसानों के कर्ज माफी के लिए सरकार के पास पैसे नहीं है. हमें देश को बचाने के लिए किसानों को बचाना होगा खेती को बचाना होगा यही अतुल कुमार अंजान के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी.

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिवअरविन्द राज सरूप ने कहा कि कामरेड अतुल कुमार अंजान भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के शीर्षास्त्र नेता थे. उन्होंने अपना जीवन जुल्म अत्याचार के खिलाफ शोषित, पीड़ित जनता के बेहतर निर्माण के लिए समर्पित किया. अंजान के पिता स्वर्गीय अयोध्या प्रसाद सिंह देश की आजादी की लड़ाई में क्रांतिकारी आंदोलन की धारा के प्रमुख नेताओं में से थे तथा वर्षों अंग्रेजी राज में जिलों में रहे क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद के नेतृत्व में काकोरी ट्रेन डकैती कांड में अंग्रेजी खजाने के लूटने में अंजान के पिता शामिल थे. का. अतुल अंजान छात्रों, नौजवानों, किसानों तथा जनता के सवालों को लेकर सदैव संघर्ष के मैदान में रहते थे, अपने जीवन काल में 83 बार जेल की यात्रा किया तथा लगभग 5 वर्ष तक जेल में बिताए. विद्यार्थी जीवन से छात्रों एवं शिक्षा के सवाल को लेकर जुझार छात्र नेता के रूप में विख्यात अं जान 1978 से 1990 के बीच देश और दुनिया में छात्रों और नौजवानों में चर्चित नेता रहे 6 वर्षों तक लगातार लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्र संघ अध्यक्ष रह कर छात्रों नोजवानों के संघर्षों का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया ऑल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर आसीन रहकर अखिल भारतीय स्तर पर विद्यार्थी आंदोलन के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान किया. अंजान रूस चीन,फ्रांस,इटली सहित एशिया और यूरोप के कई देशों के सम्मेलनों में भाग लेकर देश और किसानों की आवाज बुलंद करते रहे. ऐसे महान किसान मजदूर विद्यार्थी नौजवानों के नेता अतुल कुमार अंजान को दिल की गहराई से नमन.

श्रद्धांजलि सभा को पूर्व विधायक राजेंद्र यादव, पूर्व विधायक इम्तियाज अहमद,पूर्व सांसद सालीम अंसारी इम्तियाज बेग, अब्दुल अजीम, अतुल कुमार अंजन की बहन किरण सिंह, उत्तर प्रदेश किसान सभा के जिला अध्यक्ष देवेंद्र प्रसाद मिश्रा, शेखहेशामुद्दीन, भारती कम्युनिस्ट पार्टी के जिला मंत्री राम सो यादव,गुफरान अहमद,सुरेंद्र राम जी, अमेरिका यादव, रामजी सिंह, वीरेंद्र कुमार, उमाशंकर सिंह, राम नारायण सिंह, उमेश चंद्र पांडे आजाद नेता,नेसार अहमद, विजय यादव, बिरहा कलाकार अब्दुल मन्नान साहब, राम अवतार सिंह,राणा सिंह, लक्ष्मण पांडे बलिया,अनीस अहमद, के के पांडे, रमन पांडे, रामवर्धन सिंह, डॉक्टर बसर साहब, ने श्रद्धांजलि सभा को संबोधित किया.

श्रद्धांजलि सभा का की अध्यक्षता रमेशचंद पाण्डेय और संचालन उत्तर प्रदेश किसान किसान सभा के राज्य सचिव रमकुमार भारती ने किया. श्रद्धांजलि सभा में प्रमुख रूप से सुभाष चक्रदेवा, डॉक्टर सरफराज, अल्ताफ अंसारी, अरविंद मूर्ति, ताहिर, रामप्यारे संतोष यादव, दिव्या कुमार सिंह, श्री राम सिंह,जियाउल देवेंद्र कुमार, जे पी, छविनाथ शर्मा नन्हे सहित सैकड़ो लोग उपस्थित र



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